first_ad

Thursday, 27 April 2017

Paytm Founder Vijay Shekhar Sharma Ki Success Story In Hindi

Paytm Founder ki success story, भारत के ऐसे कई बिसनेस मैन जिन्होंने कुछ अलग करने कि ठानी और उन्होंने कर दिखाया | जो लोग रिस्क लेते है वही जीवन में सफ़ल होते है | अगर आपको बड़ा बनना है तो आपको रिस्क लेना ही पड़ेगा | क्योकि आज तक जितने  भी लोग सफ़ल हुए है उन्होंने असफलता कि चिंता नहीं की | आज हमारा देश आगे बढ़ रहा क्योंकि यहाँ कुछ ऐसे लोग जो कुछ अलग करने का जूनून रखते है |

आज इस  article में हम उस बिसनेस मैन कि story बताये जिसने देश में छुट्टे पैसे कि समस्या को देख कर पंद्रह हज़ार करोड़ की कंपनी कड़ी कर दी | आज लगभग छुट्टे पैसे कि समय खत्म हुई है या आने वाले दिनों में ख़त्म हो जाएगी |

Image credit – yosuccess

जी हाँ , यह story है paytm के फाउंडर  विजय शेखर शर्मा की| आज paytm देश के नामी कंपनियों में से एक है| शुरुआत में विजय शेखर के इस आईडिया को उनकी फैमिली ने सपोर्ट नहीं किया | लेकिन विजय शर्मा ने हार नहीं मानी और कर दिखाया |
लहरों से डर कर नोका पार नहीं होती ,और कोशिश करने वालों कि कभी हार नहीं होती |

Paytm Founder की सक्सेस story

जीवन परिचय –

नाम           –     विजय शेखर शर्मा
जन्म स्थान –    अलीगढ़ , उत्तर प्रदेश ,भारत
पत्नी           –   मृदुला शर्मा

शिक्षा –

विजय शर्मा शुरू से अपनी कक्षा के मेधावी छात्र थे | उन्होंने अपनी स्कूली पढाई महज़ 13 वर्ष की उम्र में ही पूरी कर ली थी | 15 वर्ष कि उम्र में विजय इंजीनियरिंग की पढाई के लिए दिल्ली चले गये | उन्हों इंगलिश आती इसलिए में बहुत परेशानी हुई |

कैरियर –

विजय ने पढाई पूरी करने के बाद एक नौकरी कि जिससे उन्हें 10000 सैलरी मिलती थी | विजय जब कॉलेज के दिनों में अपनी इंग्लिश इम्प्रूव करने के लिए अंग्रेजी  मैगज़ीन और अख़बार पढ़ा करते थे | एक दिन विजय ने  मैगज़ीन मेंsilicon valley के बारे में पढ़ा और अपनी नौकरी छोड़ कुछ अलग करने कि थान ली | इसके बाद विजय ने एक वन 97 नाम से एक कंपनी शुरू कि जो बाद में paytm में बदल गई |

 

कुछ विशेष बाते विजय शर्मा और Paytm के बारे में –

विजय शर्मा के पिताजी एक टीचर थे |
विजय कि दो बडी बहने और एक छोटा भाई है |
विजय शुरुआत में इंग्लिश में कमज़ोर था |
paytm को जुलाई 2015 में क्रिकेट की title स्पोंसरशिप मिली, जिसके लिए 200 करोड़ रुपय से भी ज्यादा ख़र्च करने पडे |
एक समय ऐसा था जब उन उनसे कोई लड़की शादी करने को तैयार नहीं थी |

paytm बहुत जल्द अपना payment बैंक शुरू करेगा।

उपसंहार –

विजय शर्मा के जीवन संघर्ष  पर जितना लिखे उतना कम है , कई बार तो उन्होंने दो कप चाय में ही पूरा दिन निकालना पड़ा |  अगर आप भी कुछ बनना चाहते तो इस paytm founder  सक्सेस story से प्रेरणा ले सकते है , हमारे रस्ते में कितनी भी मुसीबते आये हमें हार नहीं माननी चाहिए |
उम्मीद करते है आपको ये story अच्छी लगी होगी , कृपया इसे आगे भी शेयर करें | इस article से सम्बंधित कोई विचार है तो comment बॉक्स में ज़रूर लिखें |

No comments:

Post a Comment